शिक्षक सूरज नेताम ने रक्तदान कर मनाया अपना जन्मदिन मैं 100 साल जियूं या ना जियूं लेकिन अपने जीवन काल में 100 बार रक्तदान कर हजारों दिलों पर राज जरूर करना चाहूंगा
शिक्षक सूरज नेताम ने रक्तदान कर मनाया अपना जन्मदिन’ मन को बड़ा सुकून मिलता है जब अपना लहू किसी की रगो में बहता है, । इस नश्वर मानव शरीर से दिया हुआ रक्त अगर किसी व्यक्ति की अंधेरी जिंदगी में उजियारा लेकर आता है तो इससे बड़ा पुण्य और परोपकार क्या हो सकता है। इसे शब्दों में बयां कर पाना मुमकिन नहीं है। ऐसे ही सोच रखने वाले उमरगांव (अ) के शिक्षक सूरज नेताम ने रक्तदान महादान को चरितार्थ किया है। जिन्होंने मेडिकल कॉलेज अस्पताल डीमरापाल,जगदलपुर में रक्तदान कर अपना जन्मदिन मनाया साथ ही उन्होंने जीवन काल के प्रत्येक वर्ष जन्म दिवस पर रक्तदान करने का प्रण लिया है। बताया कि पेशे से शिक्षक सूरज नेताम प्राथमिक शाला कोकोड़ी में सहायक शिक्षक के पद पर कार्यरत हैं। जो रक्तदाता ग्रुप के सक्रिय सदस्य भी हैं। वो समय-समय पर रक्तदान करते हैं और लोगों को रक्तदान के लिए प्रेरित करते हैं ।अपने जन्मदिवस पर उन्होंने कहा कि आज हम सभी शिक्षित व सभ्य समाज के नागरिक हैं अनायास ही दुर्घटना या बीमारी का शिकार कोई भी हो सकता है ।तो क्यों ना हम रक्तदान के इस पुनीत कार्य में अपना सहयोग प्रदान करें। इस अवसर पर लोगों को रक्तदान हेतु प्रेरित करते हुए सूरज नेताम ने कहा कि मैं 100 साल जियूं या ना जियूं लेकिन अपने जीवन काल में 100 बार रक्तदान कर हजारों दिलों पर राज जरूर करना चाहूंगा। इस पुनीत कार्य के लिए उनके परिवारजनों मित्रों रक्तदाता ग्रुप और शिक्षकों ने उनकी प्रशंसा करते हुए उज्जवल भविष्य की कामना की।-